आढ़ती एसो. का फैसला, बकाया मूल व ब्याज का भुगतान 30 तक नहीं किया तो खरीद करेंगे बंद
Arhatiya Association's decision, if the outstanding principal and interest is not paid by 30th then we will stop purchasing
आढ़तियों व किसानों के हित में काम रह रही आढ़ती एसोसिएशन सिरसा ने इस बार भी धान व नरमा की खरीद को देखते हुए आढ़तियों के हित में कई निर्णय लिए हैं। एसोसिएशन की एक बैठक जनता भवन में प्रधान मनोहर मेहता की अध्यक्षता में हुई जिसमें कई निर्णय लिए गए ताकि आढ़तियों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
प्रधान मनोहर मेहता ने बताया कि बैठक में एसोसिएशन के पदाधिकारियों व आढ़तियों ने भाग लिया और अपने-अपने सुझाव दिए। सभी के सुझावों पर विचार-विमर्श किया गया। उसके बाद मंडी हित में निर्णय लिया गया कि धान व अन्य जिन्सों के खरीदारों के बकाया मूल व ब्याज का भुगतान 30 सितंबर 2024 तक नहीं होता है तो उन्हें आने वाले सीजन में धान व अन्य फसलों की खरीद नहीं दी जाएगी।
किसी भी दुकानदार द्वारा नया मुनीम रखने पर उससे पुराने आढ़ती की एनओसी लेना जरूरी है अन्यथा पहले दुकानदार का कोई भी बकाया होने पर नया दुकानदार उसके प्रति उत्तरदायी होगा।
बैठक में एसोसिएशन के उपप्रधान प्रेम बजाज, सचिव दीपक मित्तल, कोषाध्यक्ष कुणाल जैन, सहसचिव महावीर शर्मा, राजेंद्र नंबरदार, उपप्रधान दीपक नड्डा, उपप्रधान सुशील कसवां, उपप्रधान हनी अरोड़ा, उपप्रधान अनीश गर्ग, संगठन सचिव सुशील रहेजा, कृष्ण गोयल, बाबा रामदास, नरेंद्र धींगड़ा, लाभ चंद कंबोज, धर्मपाल जिंदल, ज्ञान चंद गर्ग, चिमन मोंगा, गुरजंट गिल व श्याम लाल गर्ग सहित काफी संख्या में आढ़ती उपस्थित थे।
एकजुट रहने के साथ ये अहम फैसले लिए गए
रविवार को सभी प्रकार की जिन्सों की बोली बंद रहेगी। इस पर अमल न करने पर 2100 रुपये की गोशाला की पर्ची काटी जाएगी। धान का रेट बोली करवाने के बाद निकाला जाए। उससे पहले किसी प्रकार की खरीद बेच नहीं होनी चाहिए। प्रधान ने कहा कि उक्त सभी निर्णय आढ़तियों के हित में लिए गए हैं ताकि आढ़ती भाईयों को परेशानी न हो। उन्होंने बताया कि कई खरीददार ऐसे हैं जिनकी तरफ लाखों रुपये बकाया है। इसलिए बकाया का भुगतान करने पर ही उन्हें धान व अन्य फसलों की खरीद दी जाएगी। उन्होंने कहा कि धान व नरमा की खरीद के सीजन में आढ़तियों को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी। आढ़ती एसोसिएशन हर समय आढ़तियों साथ कंधा से कंधा मिलाकर खड़ी है